आवश्यक प्रक्रिया व शर्तें
अखंड हिंद फौज में भर्ती होने के लिए आवश्यक प्रक्रिया व शर्तें सर्वप्रथम उम्र के अनुसार निर्धारित सफल दौड़ और शारीरिक मापदंड को पूरा करने पर आप अखंड फौज के कैडेट बन सकते हैं दौड़ प्रतियोगिता पास करने के बाद आपको एक ACN no मिला होगा उसके साथ आधार कार्ड पिछले कक्षा के अंक सूची दो पासपोर्ट साइज रंगीन फोटो स्वयं के हस्ताक्षर व अभिभावक के हस्ताक्षरप्रतिज्ञा
मैं भारत माता को साक्षी मानकर शपथ लेता हूं / लेती हूं कि मैं अखंड भारत निर्माण की संकल्पना को लेकर अखंड हिंद फौज का सदस्य बना हूं / बनी हूं मैं सत्य निष्ठा मन कर्म वचन से राष्ट्र निर्माण के लिए कार्य करता रहूंगा / करती रहूंगी जीवन में कितने भी संघर्ष या परेशानियां आए मैं अपने वचन से नहीं मुकरूगा/मुकरुगी मैं अपने वरिष्ठ अधिकारियों की आज्ञा का सदा पालन करते हुए अनुशासन में रहूंगा / रहूंगी अखंड भारत निर्माण होने तक में इस वचन को निभाऊंगा/ निभाऊंगी |भारत माता की जय
AHF का झंडा
अखंड हिंद फौज एक सामाजिक संगठन है जो आजाद हिंद फौज से प्रेरणा लेकर बना है अखंड हिंद फौज का झंडा तीन पट्टियों व दो रंग से मिलकर बनाया गया है जिसमें सबसे ऊपर केसरिया रंग की पट्टी है तथा सबसे नीचे केसरिया रंग की पट्टी है बीच में नीले रंग की पट्टी है जिसमें अखंड भारत का नक्शा तथा कूदते हुए दो बाघ है तथा जिसका उद्देश्य भारत को अखंड बनाना हैAHF संगठन गीत
संगठन गढ़े चलो, सुपंथ पर बढ़े चलो ।भला हो जिसमें देश का, वो काम सब किए चलो ॥ध्रु॥
युग के साथ मिल के सब कदम बढ़ाना सीख लो ।
एकता के स्वर में गीत गुनगुनाना सीख लो ।
भूल कर भी मुख में जाति-पंथ की न बात हो ।
भाषा-प्रांत के लिए कभी ना रक्तपात हो ।
फूट का भरा घड़ा है फोड़ कर बढ़े चलो ॥१॥
आ रही है आज चारों ओर से यही पुकार ।
हम करेंगे त्याग मातृभूमि के लिए अपार ।
कष्ट जो मिलेंगे मुस्कुरा के सब सहेंगे हम ।
देश के लिए सदा जिएंगे और मरेंगे हम ।
देश का ही भाग्य अपना भाग्य है ये सोच लो ॥२॥
संगठन गढ़े चलो, सुपंथ पर बढ़े चलो ।
भला हो जिसमें देश का, वो काम सब किये चलो ॥
AHF संचलन गीत
सारे जहाँ से अच्छा, हिन्दोस्ताँ हमारा,हम बुलबुलें हैं इसकी, ये गुलसिताँ हमारा।
दूरियाँ हों चाहे जितनी, दिल तो यहाँ हमारा,
समझो वहीं हमें भी, दिल हो जहाँ हमारा।
ऊँचा है पर्वत जिसका, आसमाँ से है नाता,
वो संतरी हमारा, वो पासबाँ हमारा।
गंगा-जमुना के पानी, सींचे जिसे चमन को,
रश्क-ए-जिनाँ है जिससे, वो बाग़बाँ हमारा।
मज़हब नहीं सिखाता, आपस में बैर रखना,
हिन्दी हैं हम, वतन है, हिन्दोस्ताँ हमारा।
यूनान-ओ-मिस्र-ओ-रूमा, सब मिट गए जहाँ से,
अब तक मगर है बाक़ी, नाम-ओ-निशाँ हमारा।
कुछ बात है कि हस्ती, मिटती नहीं हमारी,
सदियों रहा है दुश्मन, दौर-ए-ज़माँ हमारा।
'इक़बाल' कोई महरम, अपना नहीं जहाँ में,
मालूम क्या किसी को, दर्द-ए-निहाँ हमारा।
AHF गीत
शुभ सुख चैन की बरखा बरसे , भारत भाग है जागापंजाब, सिन्ध, गुजरात, मराठा, द्राविड़ उत्कल बंगा
चंचल सागर, विन्ध्य, हिमालय, नीला जमुना गंगा
तेरे नित गुण गाएँ, तुझसे जीवन पाएँ
हर तन पाए आशा।
सूरज बन कर जग पर चमके, भारत नाम सुभागा,
जय हो! जय हो! जय हो! जय जय जय जय हो!॥
सब के दिल में प्रीत बसाए, तेरी मीठी बाणी
हर सूबे के रहने वाले, हर मज़हब के प्राणी
सब भेद और फ़र्क मिटा के, सब गोद में तेरी आके,
गूँथें प्रेम की माला।
सूरज बन कर जग पर चमके, भारत नाम सुभागा,
जय हो! जय हो! जय हो! जय जय जय जय हो!॥
शुभ सवेरे पंख पखेरे, तेरे ही गुण गाएँ,
बास भरी सुगंध भरपूर हवाएँ, जीवन में रूत लाएँ,
सब मिल कर हिन्द पुकारे, जय आज़ाद हिन्द के नारे।
प्यारा देश हमारा।[a]
सूरज बन कर जग पर चमके, भारत नाम सुभागा,
जय हो! जय हो! जय हो! जय जय जय जय हो!॥
अखंड हिंद फौज प्रमुख कार्यक्रम एवं त्यौहार
वर्ष प्रति पदा
भारतीय संस्कृत में नव वर्ष मनाने की परंपरा अनादि काल से जो चैत्र नवरात्रि के प्रथम दिवस समाचार को होता है जिसमें एक दूसरे को तिलक करके हर्ष और उल्लास के साथ नव वर्ष मनाया जाता है
पर्यावरण दिवस
5 जून को पर्यावरण दिवस मनाया जाता है जिसमें सार्वजनिक स्थलों पर वृक्षारोपण किया जाता है एवं समाज में वृक्ष रोपण हेतु जागरूकता अभियान चलाया जाता है
अखंड हिंद फौज स्थापना दिवस
31 जुलाई को स्थापना दिवस मनाया जाता है क्योंकि 31 जुलाई को ही अखंड हिंद फौज की स्थापना रजिस्ट्रेशन हुआ था इस दिन विभिन्न प्रकार के साहसिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है
अखंड भारत दिवस
14 अगस्त 1947 को भारत देश का बंटवारा होकर खंड-खंड हो गया था इसी लिए संगठन 14 अगस्त को अखंड भारत दिवस मनाता है और अखंड भारत का संकल्प जन-जन तक पहुंचना है
रक्षाबंधन उत्सव
इस दिन अखंड इन थे फौज के सभी कमांडो और सारे कैडेट्स एक दूसरे को राखी बांधकर रक्षाबंधन का उत्सव बड़ी धूमधाम से मनाते हैं और सभी की रक्षा का जुम्मा उठाते हैं
विजयदशमी उत्सव
अखंड हिंद फौज हर वर्ष विजयदशमी का उत्सव मनाता है जिसमें अस्त्र-शस्त्र पूजन का कार्यक्रम किया जाता है और अस्त्र-शास्त्र की जानकारी एक समाज और राष्ट्रहित में उनकी उपयोगी के बारे में बताया जाता है विजयदशमी बुराइयों पर अच्छाई का प्रतीक है
नेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंती
23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंती बड़े धूमधाम से मनाई जाती है
गणतंत्रदिवस
26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ-साथ पर्यटन का भी जिला एवं विभाग स्तर पर कंपटीशन कराया जाता है
ब्लैक डे
14 फरवरी को पुलवामा में शहीद हुए 44 जवानों की पुण्यतिथि मनाई जाती है जिसमें शहरों में रैली वह जुलूस निकालकर शहीदों के प्रति सम्मान रखते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है
शहीद दिवस
23 मार्च को भगत सिंह सुखदेव राजगुरु को फांसी हुई थी उनके सम्मान में संगठन हर वर्ष 23 मार्च को शहीद दिवस मनाता है
AHF के लिए सेना में अनुशासन के कुछ महत्वपूर्ण नियम होते हैं जो उन्हें अपनाने के लिए अनिवार्य होते हैं:
1. *समय पर उपस्थिति*: कैडेट को समय पर उपस्थित होना होता है, चाहे वह किसी प्रशिक्षण, कार्यक्रम या किसी भी अन्य सेना गतिविधि के लिए हो।
2. *वस्त्र सम्बंधित नियम*: सेना में वस्त्र सम्बंधित नियमों का पालन करना होता है, जैसे कि सजगता, वर्दी पहनना और संचालन आदि।
3. *शारीरिक और मानसिक तैयारी*: सेना में अनुशासन का हिस्सा यह भी है कि जवानों को शारीरिक और मानसिक तैयारी की अच्छी स्थिति में रहना होता है।
4. *आदाब और संवेदनशीलता*: जवानों को सभी साथी और अधिकारियों के प्रति आदाब सहित संवेदनशीलता दिखानी चाहिए।
5. *सेना की नीतियों और दिशा-निर्देशों का पालन*: सेना की सभी नीतियों, दिशा-निर्देशों और कमांडों का पालन करना अनिवार्य होता है।
ये नियम सेना की अनुशासन संरचना के हिस्से हैं और जवानों को उन्हें पूरी मात्रा में अपनाने की आवश्यकता होती है।
अखंड हिंद फौज (AKHAND HIND FAUJ- AHF) राष्ट्रीय कार्यकारणी द्वारा संचालित एक सैन्य सेवाओं के अनुकूल संगठन है जो छात्रों और छात्राओं के लिए बनाया गया है। AHF का मुख्य उद्देश्य युवाओं में देशभक्ति, सेवाभावना, और अनुशासन को विकसित करना है। यह भारतीय सेना, भारतीय नौसेना और भारतीय वायुसेना के लिए कैडेट को तैयारी कराता है और सैन्य शिक्षा, फिजिकल ट्रेनिंग, और सामाजिक सेवा के माध्यम से छात्रों को सशक्त बनाने का कार्य करता है।
AHF की मुख्य विशेषताएँ:
1. उद्देश्य: छात्रों में राष्ट्रभक्ति, सेवाभावना, और अनुशासन को विकसित करना।
2. शाखाएँ: AHF की जिला स्तर पर प्रमुख शाखाएँ होती हैं ।
3. कैडेट्स: AHF में "कैडेट्स" नाम से जाना जाता है, जो छात्र और छात्राओं को संगठन में शामिल होते हैं।
4. विकास कार्यक्रम: AHF के अंतर्गत विभिन्न शारीरिक और मानसिक विकास कार्यक्रम होते हैं जैसे कि राष्ट्रीय सीमा यात्रा, सैन्य शिविर, और सामाजिक सेवा परियोजनाएं।
5. राष्ट्रीय पर्व: AHF के लिए राष्ट्रीय पर्व सबसे महत्वपूर्ण दिन होता है। इस दिन AHF कैडेट्स द्वारा राष्ट्रीय एकता और एकत्रिता का सम्मान किया जाता है।
AHF भारतीय युवा में देशभक्ति, सामर्थ्य, और सेवाभावना को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और उन्हें सेना जीवन के लिए भी तैयार करता है। सुभाष चंद्र बोस का जीवन और उनके कार्यों का विवरण बहुत रोमांचकारी है। उनका जन्म 23 जनवरी 1897 को ऑरिस्सा के कटक में हुआ था। उनके पिता जानकीनाथ बोस एक अधिकारी थे और मां प्रभावती देवी एक धर्मपत्नी थीं। सुभाष बचपन से ही अपनी देशभक्ति और स्वतंत्रता के प्रति समर्पित थे। उन्होंने कलकत्ता में पढ़ाई की और वहां से इंग्लैंड गए और कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से अपनी शिक्षा पूरी की। इंग्लैंड में रहते हुए उन्होंने भारतीय नेताओं और स्वतंत्रता सेनानियों के संगठनों में अपनी भागीदारी शुरू की। उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अंग्रेज अध्यक्ष बनने का संकल्प किया और 1938 में कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन में चुनाव प्राप्त कर लिया। द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान, सुभाष बोस ने भारतीय स्वतंत्रता के लिए अपने नए दृष्टिकोण को प्रकट किया और जापानी समर्थन में भारतीय राष्ट्रीय सेना (INA) की स्थापना की। उन्होंने सिंहासन की यात्रा (अज़ाद हिंद फ़ौज़) की भी कोशिश की, जिसमें उन्होंने अपने आत्महत्या करने के बाद 18 अगस्त 1945 को भारत वापसी की कोशिश की। उनकी मृत्यु की सटीक जानकारी अभी भी अनिश्चित है। कुछ विशेषज्ञ इसे दुर्भाग्यपूर्ण घटना मानते हैं, जबकि कुछ लोग यह मानते हैं कि वे आज भी जीवित हैं। उनका योगदान भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण था और उनकी अमर यात्रा और उनके विचार आज भी लोकप्रिय हैं।
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